देखिएँ, ब्लॉगर चाहे नया हो या पुराना कांटेंट दमदार होना चाहिए। अंग्रेज़ी में कांटेंट लिखने का एक बहुत ही अच्छा फ़ॉर्म्युला है जो मैं अपनी सोशल मीडिया वर्कशॉप में सिखाती हूँ। आज उसे ही मैं हिंदी में सिखाऊँगी।

कोई भी कॉपी यानिकी लेख आपको अपने टार्गेट ऑडीयन्स को ध्यान में रख के बनाना है। लेख आपको तो अच्छा लगे ही साथ ही आपको यक़ीन हो की वो आपके रीडर को अच्छा लगेगा।
अंग्रेज़ी में एक फ़ॉर्म्युला है A-I-D-A जिसकी फ़ुल फ़ोर्म है Attention- Interest - Desire - Action, अब आइएँ इसे हिंदी में समझते है।
रीडर का ध्यान (Attention) - आप जब भी कोई कांटेंट लिखे या आर्टिकल लिखें याद रखें, कि शुरू की कुछ लाइंज़ आपके रीडर का अटेन्शन यानिकी की ध्यान आकर्षित कर पाएँ। ये महतवपूर्ण क्यों है?
क्योंकि आज कल इंटर्नेट पे कांटेंट की भरमार है और अगर आप ध्यान आकर्षित ना कर पाएँ तो आपका लिखा हुआ कांटेंट खो जाएगा इस भीड़ में।
ज़्यादातर यें टाइटल के लिए ज़रूरी होता है।
रीडर की रूचि (Interest)- तो आपने लिखना शुरू कर दिया, आपने टॉपिक भी सोच लिया जो ध्यान आकर्षित कर लेगा। आगे की कुछ लाइंज़ ऐसे लिखें जो की रीडर में अंत तक पढ़ने की रूचि जागृत कर पाएँ।
रीडर की इच्छा (Desire)- अब आप लिखते-लिखते आर्टिकल के बीच में आ चुके है, अभी आपको अपने टॉपिक के जरिएँ रीडर में इच्छा जागृत करनी है ये किसी भी तरह की हो सकती है जैसे कुछ चीज़ को पसंद करने की, कुछ नया शुरू करने की, कुछ ख़रीदने की, नया प्रोग्राम शुरू करने की या और कोई भी आपके टॉपिक से सम्बंधित।
कार्यवाही (Action): अब समय है मेहनत की वसूली का, अब अपने रीडर को साफ़ शब्दों में बोलिएँ कि उन्हें आगे क्या करना है?
यानिकी की कुछ निर्देश दें ताकि वो आगे का स्टेप ले पाएँ। इसे काँल टू ऐक्शन बोलते है। इस सेक्शन में आप उन्हें अपने आर्टिकल के हिसाब से ये सब बोल सकते है - लाइक करें, शेयर करें अभी ख़रीदें, सब्स्क्राइब करें या जो भी आपको उनसे करवाना है।
उम्मीद करती हूँ कि मेरे इस जवाब ने आपका ध्यान आकर्षित करके, आपकी रूचि का संदेश देकर आपके मन में अच्छा कांटेंट लिखने की इच्छा को जागृत किया होगा।